प्रसिद्ध लेखक और फिल्म इतिहासकार जवरीमल्ल पारख की यह नई पुस्तक सिनेमा और साहित्य के संबंधों को नये दृष्टिकोण के साथ विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत करती है। साहित्य के निकष और उपमानों के साथ सिनेमा के तकनीकी परिष्कार और सुविधाओं के महत्व को रेखांकित करती है। सिने शोधार्थियों के लिए यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी है।
फिल्म एनिमल 2023 की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म है। फिल्म का नायक रणविजय सिंह (रणबीर कपूर) स्वयं को अल्फा मेल कहता है और कविता की उत्पत्ति को कमजोर पुरुषों की असफलता का परिणाम बताता है। यह कहकर फ़िल्मकार ने कविताओं और कवियों की अवहेलना की है।
यहां आलमज़ेब (शर्मिन सहगल), एक महत्वाकांक्षी कवयित्री है। उसके संवाद छंदों की तरह खुलते हैं। जिसमें चंचलतापूर्वक आवेग है। वह कहती है- “मैं तुम्हें नाश्ते में दोहे और दोपहर के भोजन में कविताएं परोसूंगी।” आलमज़ेब मल्लिकाजान (मनीषा कोइराला) की छोटी बेटी है, जिसका हीरामंडी में शासन है।
आज मैं सबसे पहले एक फिल्म की बात करूंगा। आज मैं चाहता हूं कि वह फिल्म जिन्होंने नहीं देखा है, वे जरूर देखें। वह बिमल रॉय की 1960 में आई फिल्म थी, जिसका नाम था- परख। शायद बहुत लोगों को वह फिल्म स्मरण भी नहीं होगी मगर वह अद्भुत फिल्म थी, जिसमें हीरो-हीरोइन नायक-नायिका बहुत संक्षिप्त भूमिका निभाते हैं
लापता लेडीज की कहानी में दो स्त्री पात्र प्रमुख हैं। शादी के बाद ससुराल जाने से पहले दोनों खो जाती हैं। क्योंकि ट्रेन की एक ही बोगी में दोनों जोड़ा बैठ जाता है। दोनों दुल्हनों के चेहरे पर घूंघट है। ऐसे में रास्ते में ही दोनों दुल्हनों की अदलाबदली हो जाती है।
यहां आलमज़ेब (शर्मिन सहगल), एक महत्वाकांक्षी कवयित्री है। उसके संवाद छंदों की तरह खुलते हैं। जिसमें चंचलतापूर्वक आवेग है। वह कहती है- “मैं तुम्हें नाश्ते में दोहे और दोपहर के भोजन में कविताएं परोसूंगी।” आलमज़ेब मल्लिकाजान (मनीषा कोइराला) की छोटी बेटी है, जिसका हीरामंडी में शासन है।
हिंदी फिल्मों के मशहूर गीतकार और जनकवि शैलेंद्र की जन्म शताब्दी के मौके पर उनकी बेटी अमला शैलेंद्र मजूमदार से पिक्चर प्लस संपादक संजीव श्रीवास्तव ने खास बातचीत की। प्रस्तुत है उस बातचीत के प्रमुख अंश।
प्रसिद्ध लेखक और फिल्म इतिहासकार जवरीमल्ल पारख की यह नई पुस्तक सिनेमा और साहित्य के संबंधों को नये दृष्टिकोण के साथ विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत करती है। साहित्य के निकष और उपमानों के साथ सिनेमा के तकनीकी परिष्कार और सुविधाओं के महत्व को रेखांकित करती है। सिने शोधार्थियों के लिए यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी है।
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फिल्म एनिमल 2023 की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म है। फिल्म का नायक रणविजय सिंह (रणबीर कपूर) स्वयं को अल्फा मेल कहता है और कविता की उत्पत्ति को कमजोर पुरुषों की असफलता का परिणाम बताता है। यह कहकर फ़िल्मकार ने कविताओं और कवियों की अवहेलना की है।
हिंदी फिल्मों के मशहूर गीतकार और जनकवि शैलेंद्र की जन्म शताब्दी के मौके पर उनकी बेटी अमला शैलेंद्र मजूमदार से पिक्चर प्लस संपादक संजीव श्रीवास्तव ने खास बातचीत की। प्रस्तुत है उस बातचीत के प्रमुख अंश।
हिंदी फिल्मों के मशहूर गीतकार और जनकवि शैलेंद्र की जन्म शताब्दी के मौके पर उनकी बेटी अमला शैलेंद्र मजूमदार से पिक्चर प्लस संपादक संजीव श्रीवास्तव ने खास बातचीत की। प्रस्तुत है उस बातचीत के प्रमुख अंश।
प्रसिद्ध लेखक और फिल्म इतिहासकार जवरीमल्ल पारख की यह नई पुस्तक सिनेमा और साहित्य के संबंधों को नये दृष्टिकोण के साथ विस्तृत व्याख्या प्रस्तुत करती है। साहित्य के निकष और उपमानों के साथ सिनेमा के तकनीकी परिष्कार और सुविधाओं के महत्व को रेखांकित करती है। सिने शोधार्थियों के लिए यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी है।
फिल्म एनिमल 2023 की सर्वाधिक कमाई करने वाली फिल्म है। फिल्म का नायक रणविजय सिंह (रणबीर कपूर) स्वयं को अल्फा मेल कहता है और कविता की उत्पत्ति को कमजोर पुरुषों की असफलता का परिणाम बताता है। यह कहकर फ़िल्मकार ने कविताओं और कवियों की अवहेलना की है।
यहां आलमज़ेब (शर्मिन सहगल), एक महत्वाकांक्षी कवयित्री है। उसके संवाद छंदों की तरह खुलते हैं। जिसमें चंचलतापूर्वक आवेग है। वह कहती है- “मैं तुम्हें नाश्ते में दोहे और दोपहर के भोजन में कविताएं परोसूंगी।” आलमज़ेब मल्लिकाजान (मनीषा कोइराला) की छोटी बेटी है, जिसका हीरामंडी में शासन है।
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लापता लेडीज की कहानी में दो स्त्री पात्र प्रमुख हैं। शादी के बाद ससुराल जाने से पहले दोनों खो जाती हैं। क्योंकि ट्रेन की एक ही बोगी में दोनों जोड़ा बैठ जाता है। दोनों दुल्हनों के चेहरे पर घूंघट है। ऐसे में रास्ते में ही दोनों दुल्हनों की अदलाबदली हो जाती है।
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